सावधानी बरतें :

सावधानी बरतें :
डॉ अर्जुन मुखीजा।
सर्दी बिल्कुल नही होने दें ।
 जुकाम बुखार आते ही *क्रोसिन एडवांस* सुबह दोपहर शाम को 1-1 गोली 2 बार लेवें। 
 विक्स का इन्हेलर पास में रखें।
 रात सोते समय नाक कान गले और माथे पर विक्स लगावें।
ज्यादा जरूरी लगे तो  *Duonase* इनहेलर लेवें।
Homeopathic medicine *Influenzinum 200* की एक ड्राप *हफ्ते में एक बार* सोने से पहले आधा कप पानी में डाल कर ले, ये बहुत सेफ preventive  है।  
लापरवाही बिल्कुल नही करें।
डॉक्टर को तुरंत दिखाएं।
ध्यान रखने की बात है कि चीन से भारत की बड़ी सीमा लगती है। मिजोरम, अरूणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, आसाम, सिक्किम, भूटान के रास्ते चीन के साथ हम लोगों की आवाजाही लगी ही रहती है। 
चॉकलेट , आइसक्रीम,  कोल्ड ड्रिंक,  कोल्ड कॉफी,  फास्ट फूड,  ठंडा दूध,  बासी मीठा दूध,  बड़ा पाव,  बेकरी की बनी चीजें,  पेस्टी, केक  *ये सब चीजें बंद करो।* कम से कम अप्रेल महीने तक, जब तक की वातावरण का टेम्प्रेचर 34-35 डिग्री नहीं हो जाता।
सबसे तत्काल, बहुत गंभीर, महत्वपूर्ण जानकारी -
स्वास्थ्य मंत्रालय की जनता के लिए आपातकालीन अधिसूचना है कि इस बार कोरोनावायरस इन्फ्लूएंजा का प्रकोप बहुत गंभीर और घातक है। संक्रमित होने के बाद कोई इलाज नहीं है।
 रोकथाम विधि:
अपने गले को नम रखना है, अपने गले को सूखने न दें। इस प्रकार अपनी प्यास को न पकड़ें क्योंकि एक बार जब आपके गले की झिल्ली सूख जाती है, तो वायरस आपके शरीर में 10 मिनट के भीतर आक्रमण करेगा।
उम्र के हिसाब से बच्चों के लिए 50-80cc गर्म पानी, 30-50cc पीएं। हर बार यू लगता है कि आपका गला सूखा है, तो इंतजार न करें, पानी जरूर पियें  । एक बार में बहुत सारा पानी न पिएं , गले को नम रखने के लिए बार बार पानी  पीना जारी रखें। 
मार्च २०२० के अंत तक, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाएँ, खासतौर पर ट्रेन या सार्वजनिक परिवहन में आवश्यकतानुसार मास्क पहनें, तला-भुना या मसालेदार भोजन से बचें और विटामिन सी का सेवन  करे ।
लक्षण / विवरण इस प्रकार  हैं: 
1. तेज बुखार 
2. बुखार के बाद खांसी का आना
3. वयस्क आमतौर पर असहज महसूस करते हैं, सिरदर्द और मुख्य रूप से श्वसन संबंधित 
4: अत्यधिक संक्रामक 
यदि आप मानव जीवन की देखभाल करते हैं तो Pls साझा करें!
कोरोना वायरस*
लक्षण - हल्का बुखार, ज़ुकाम, सिर दर्द
उपचार - अभी उपलब्ध नही
संक्रमण के 7 दिन के अंदर मौत निश्चित
यह रोग असल मे चमगादड़ और सांप में होता है, छींकने और सम्पर्क में आने से फैल रहा है यह खतरनाक वायरस !
बचाव -
यात्रा करते वक़्त मास्क ज़रूर पहने !
 किसी भी जुकाम या सर्दी से पीड़ित व्यक्ति का तुरंत इलाज कराए
सांप और पक्षियों का सेवन बिल्कुल भी न करे 
किसी व्यक्ति से हाथ मिलाने के बाद बिना धोए अपने आंख को न छुये। 
इस संदेश को अपने सभी प्रियजन को जल्दी से भेजे