पुलिसथाने से पिलम्बर को मजदूरी लेना पड़ा भारी। 300 रुपये मजदूरी के बदले थाने की ने पुलिस मजदूर का काटा 7300 रुपये का चालान

पुलिसथाने से पिलम्बर को मजदूरी लेना पड़ा भारी। 300 रुपये मजदूरी के बदले थाने की ने पुलिस मजदूर का काटा 7300 रुपये का चालान
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश पुलिस अपने काम कही कमी नही छोड़ती। चाहे सरकार कोई भी हो पुलिस के तेबर वही रहते हैं। मुरादाबाद मे पिल्म्बर को पुलिसथाने से मजदूरी लेना भारी पड़ गया। पिल्म्बर को टंकी की मरम्मत कार्य का  पैसा मांगना भारी पड़ गया। पिल्म्बर मे अपना मरम्मत कार्य समाप्त कर थाने के कर्मचारियों से अपनी मजदूरी 300 रु की मांग की, थाने के पुलिसकर्मियों द्वारा पिल्म्बर को 300 रुपए देने के बाद हेलमेट के ऊपर मजदूर का 7300 रु का चालान काट दिया। यानि 300 रु के बदले 7300 रु ले लिये। मामला मुरादाबाद के थाना पाकबड़ा का है। पाकबड़ा क्षेत्र के गांव माता की मिलक निवासी शमशाद हुसैन प्लंबर का कार्य करता है। उसने बताया कि एक मार्च को थाने की पानी की मोटर(सबमर्सिबल) खराब हो गई। जिसके बाद थाने से गये फोन पर शमशाद जल्द ही पानी की मोटर ठीक करने थाने आ गया। उसने मोटर ठीक करके। उसने अपनी मजदूरी तीन सौ रुपये की मांग की, जिस पर पुलिसकर्मियों ने उसे ये कहकर लौटा दिया कि तुम बाद में आकर अपनी मजदूरी ले जाना। दो मार्च को वह अपने पैसे लेने फिर थाने पहुंचा। यहां उसे उसकी मजदूरी के 300 रुपये दे दिये। लेकिन पैसे देने के बाद थाना प्रभारी महोदय ने शमशाद को बिना हेलमेट के पकड़ लिया। उसका 7300 रुपये का आन लाइन चालान कर दिया। शमशाद ने थाना प्रभारी को बताया की वह अपनी मजदूरी के पैसे लेने आया है। उसे तीन सौ रुपये मिले हैं और उसका सात हजार तीन सौ रुपये का चालान कर दिया गया है। वह इतने पैसे कैसे चुकाएगा। शमशाद ने बताया की उसके पास इतने पैसे नहीं है वह चालान का भुगतान नहीं कर पाएगा। लेकिन थाना प्रभारी ने उसकी एक नहीं सुनी। शमशाद का कहना है कि उसका चालान इसलिये किया गया है। क्योंकि उसने थाने से अपनी मजदूरी के रुपये मांगे थे। पुलिस अधीक्षक नगर अमित आनंद का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। थाना प्रभारी से जानकारी ली जाएगी।