भाजपा सरकार में ईट भठठों पर खुलेआम हो रहा है बालशोषण? नाबालिग बालकों से कराया जा रहा है बालश्रम?

भाजपा सरकार में ईट भठठों पर खुलेआम हो रहा है बालशोषण? नाबालिग बालकों से कराया जा रहा है बालश्रम?
बाल मजदूरी प्रथा को बढावा देता है गुजराल ईट उधोग?यह उधोग तहसील गोला के समीप है।
गोलागोकरननाथ(खीरी) देश व प्रदेश में भाजपा सरकार है इस सरकार में बालशोषण रोकने के लिए तमाम विभाग व आयोग तैनात है पर इसके बावजूद ईट उधोग, चाय, होटल व लघु उधोगों पर खुले आम नाबालिग बालक और बालिकाओं से बालश्रम कराया जा रहा है।ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी तहसील गोला के जिम्मेदार अधिकारियों को नहीं है पर उनको सुविधा शुल्क देकर उनका मुंह बंद कर रखा गया है और खुलेआम बालमजदूरी करा रहे है।
तहसील गोला के निकट गुजराल ईट उधोग है इस ईट उधोग पहले से चकमार्ग, नवीन परती भूमि व बेनामी भूमि में अधिकारियों को मिलाकर कागजों में अपने नाम कराने व कुछ भूमि बेनामी को नामी बनाकर बेचने के चलते बदनाम हैऔर इसके कुछ मामले तहसील में लाम्बित है जिसमें तारीख पर तारीख का खेल चालू है पर कभी तो इस खेल पर रोक लगेगी।
इधर इस गुजराल ईट उधोग जो कि निकट तहसील गोला के होने के चलते व तहसीलदार गोला को अपने साथ मिलाने की बात तो साफ हो चुकी है पर बालशोषण कराने की प्रथा का संचालन करने और नाबालिग बालक बालिकाओं से बालश्रम कराने उनसे अपनी ईट पथाई और ईट ढुलाई कराने की बात जो कि प्रमाणित हो चुकी है पर कार्रवाही शून्य है? आखिर क्यों? क्या गुजराल ईट उधोग के मालिक ने जिलाधिकारी व जिला बालश्रम अधिकारी, किशोर कल्याण बोर्ड व तमाम जिम्मेदार अधिकारी व उ.प्र. सरकार के बालश्रम आयोग आदि पर भारी है इसी लिए कोई कार्रवाई नहीं होती है?
नगर के प्रमुख समाजसेवी व बुद्धिजीवियों तथा बालश्रम का विरोध करने वाले संगठनों ने जिलाधिकारी खीरी से इस ईट उधोग पर सुबह सुबह ईट पथाई व ढुलाई में लगे बाल मजदूरों को बालश्रम से मुक्त कराने व ईट उधोग के मालिक व ठेकेदार पर बालश्रम कराने का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है।
गौरतलब हो कि बालश्रम से इन नाबालिग बालकों व बालिकाओं को मुक्ति मिलती है और ईट उधोग मालिक पर रिपोर्ट दर्ज होती है या नक्कारखाने की तूती बनकर रह जाती है।