दारू' बनी दवा, दूर कर रही कैंसर का दर्द

दारू' बनी दवा, दूर कर रही कैंसर का दर्द


शराब कैंसर के मरीजों का दर्द भी दूर कर सकती है। नसों में मेडिकेटेड अल्कोहॉल इंजेक्ट करने से बेतहाशा दर्द झेल रहे मरीजों को कई दिनों तक आराम मिल जाता है। यही कारण है कि पीजीआई और लोहिया संस्थान के बाद अब केजीएमयू में भी इस तकनीक का इस्तेमाल शुरू किया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक, यह थेरेपी काफी कारगार साबित हो रही है।
केजीएमयू के शताब्दी हॉस्पिटल में चल रही पेन ऐंड पैलियेटिव केयर यूनिट की इंचार्ज डॉ. सरिता सिंह ने बताया कि शरीर में तीन तरह की नसें होती हैं। आर्टरी में खून जाता है। वेंस से खून आता है। इनके अलावा दर्द की भी एक नस होती है। शरीर के जिस हिस्से में दर्द होता है, उसकी नजदीकी नस में मेडिकेटेड अल्कोहल इंजेक्ट किया जाता है। इससे उस हिस्से में जाने वाली नसें सुन्न हो जाती हैं और मरीज को दर्द से राहत मिल जाती है। पेन क्लिनिक में डॉ. सरिता सिंह, डॉ. अजय चौधरी और डॉ. मनीष कुमार सिंह इस विधि से अभी तक करीब 300 मरीजों को दर्द से छुटकारा दिला चुके हैं।
6 महीने तक असर


डॉ. सरिता ने बताया कि मेडिकेटेड अल्कोहॉल इंजेक्ट करने के बाद इसका असर तीन से छह महीने रहता है। इसमें अमूमन 800 रुपये का खर्च आता है। असर खत्म होने के बाद मरीज दोबारा अल्कोहॉल इंजेक्ट करवा सकता है। इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। कुछ ही मरीजों को इसके साथ दवाएं देनी पड़ती हैं।
कई तरह के कैंसर में कारगर


पेट, ब्रेस्ट, आंत, मल की थैली, बच्चेदानी, बच्चेदानी का मुंह और ओवरी कैंसर में मेडिकेटेड अल्कोहॉल दर्द दूर करने में काफी कारगर है।
कुछ लोग करते हैं परहेज


डॉ. सरिता ने बताया कि अल्कॉहल के नाम पर कई लोग परहेज करते हैं। शराब में भी अल्कॉहल होता है, लेकिन अस्पतालों में मेडिकेटेड अल्कॉहल इस्तेमाल होता है। कई दवाओं और सिरप में भी इसका प्रयोग किया जाता है।


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