अरविंद केजरीवाल की ताजपोशी लगातार तीसरी बार संभाली दिल्ली की कमान

अरविंद केजरीवाल की ताजपोशी लगातार तीसरी बार संभाली दिल्ली की कमान



 नई दिल्ली आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली वह लगातार तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने हैं रामलीला मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह में उपराज्यपाल अनिल बैजल ने केजरीवाल और 6 मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई शपथ ग्रहण करने वाले अन्य मंत्रियों में मनीष सिसोदिया सतेंद्र जैन गोपाल राय कैलाश गहलोत इमरान हुसैन और राजेंद्र पाल गौतम शामिल है यह सभी लोग केजरीवाल के मंत्रिमंडल के पुराने सदस्य हैं केजरीवाल ने अपने संबोधन की शुरुआत भारत माता की जय इंकलाब जिंदाबाद और वंदे मातरम के साथ की केजरीवाल ने कहा कि चुनाव में बुरा कहने वालों को हमने माफ किया अब केंद्र सरकार के साथ मिलकर जनता के लिए काम करूंगा मंच से अरविंद केजरीवाल ने विपक्ष को भी घेरा अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि मैं सब कुछ फ्री करता जा रहा हूं दोस्तों इस दुनिया के अंदर जो भी अनमोल चीजें हैं वह ऊपर वाले ने फ्री बनाई है मां जब अपने बच्चों को प्यार करती है तो वह फ्री होता है केजरीवाल अपने दिल्ली वालों को प्यार करता है दिल्ली वाले अपने केजरीवाल को प्यार करते हैं यह प्यार भी फ्री है इसकी कोई कीमत नहीं है अरविंद केजरीवाल ने कहा दिल्ली के 2 करोड लोग मेरा परिवार है सबके साथ मिलकर दिल्ली को खूबसूरत बनाना है सभी पार्टियों के साथ मिलकर काम करना है दिल्ली वालों आपने इस चुनाव के अंदर एक नई राजनीति को जन्म दिया है स्कूल 24 घंटे बिजली अच्छी सड़कों महिलाओं की सुरक्षा भ्रष्टाचार मुक्त 21वीं सदी के भारत मुफ्त बिजली स्वास्थ्य की राजनीति को जन्म दिया है आपको बता दें कि चुनाव में दिल्ली वालों ने बता दिया कि उनका भरोसा आम आदमी पार्टी पर ही है 2013 और 2015 की तरह 2020 में भी अरविंद केजरीवाल तीसरी बार मुख्यमंत्री बने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में 70 सीटों में से 62 सीटों पर जीत हासिल की है वहीं भारतीय जनता पार्टी को इस चुनाव में महज 8 सीटें हासिल हुई वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में आपको 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल हुई थी आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल का इस रामलीला मैदान से बहुत पुराना नाता है यह वही रामलीला मैदान है जहां से अरविंद केजरीवाल इतने बड़े राजनीतिक चेहरा बने यहीं से उन्होंने सियासत के मैदान में कदम रखा था जिसके बाद यहां से दिल्ली के शासन का रास्ता बुलंद हुआ साल 2013 में भ्रष्टाचार के विरुद्ध अन्ना आंदोलन के मुख्य कर्णधारों में अरविंद केजरीवाल भी थे आंदोलन चला आंदोलन खत्म हुआ अन्ना वापस रालेगण सिद्धि लौट गए मगर अरविंद केजरीवाल डटे रहे जिसके बाद वह राजनीति सुधारने का वादा कर चुनावी दंगल में कूद पड़े और तीसरी बार जीत हासिल की