दोस्तों सन् 2014 तक देश की 80 प्रतिशत हिन्दू_आबादी को 14 प्रतिशत मुस्लिम आबादी से कोई खतरा नहीं था 26 मई 2014 को मोदी के प्रधानमंत्री पद पर शपथ लेते ही हिन्दू धर्म के #अस्तित्व_पर_खतरा मंडराने लग गया है

दोस्तों सन् 2014 तक देश की 80 प्रतिशत हिन्दू_आबादी को 14 प्रतिशत मुस्लिम आबादी से कोई खतरा नहीं था 26 मई 2014 को मोदी के प्रधानमंत्री पद पर शपथ लेते ही हिन्दू धर्म के अस्तित्व_पर_खतरा मंडराने लग गया है
क्या हिन्दू धर्म इतना असहाय विवश और कमजोर है कि सिर्फ 14 प्रतिशत मुस्लिम आबादी से हिन्दू धर्म का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है?  यदि हिन्दू धर्म इतना ही कमजोर है फिर तो वह एक दिन लुप्त ही हो जाएगा लेकिन ऐसा है नहीं यह सिर्फ हिन्दुत्वववादीयों का #पोलिटिकल_प्रोपेगैंडा_है कि हिन्दू धर्मावलम्बीयों को इतना भयभीत रखो कि उन्हें अपने अस्तित्व पर खतरे का ऐहसास होता रहे और वे एक झूठ फैलाने वाले संगठन के इर्दगिर्द गोलबंद होने को मजबूर हो जाएं 2500 साल में भारत पर यूनानी हूण शक तुर्क मंगोल और मुगलों के हमले हुए 800 वर्ष सिर्फ #मुस्लिम_शासकों ने भारत पर शासन किया 200 वर्ष ईसाइयों ने शासन किया जब सदियों तक देश में दूसरे धर्मों को मानने वाले शासकों का शासन रहा तब तो हिन्दू धर्म का अस्तित्व समाप्त नहीं हुआ और अब जब देश में एक #धर्मनिरपेक्ष_संविधान_है जो सर्वधर्म समभाव की भावना से ओतप्रोत है देश में लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था है तब हिन्दू धर्म पर कैसा और कौनसा_खतरा आ गया है?
हमें एक बात समझ लेना चाहिये कि भारत में रहने वाले मुस्लिम भी उतने ही भारतीय हैं जितने कि हिन्दू हैं यह देश उतना ही उनका भी है, जितना कि हिंदुओं का है सिर्फ उपासना पद्धति पृथक होने से मुस्लिम दूसरे दर्जे के नागरिक नहीं हो जाते हैं जो भी नेता पार्टी या संगठन देश को  हिन्दू_और_मुसलमान को बांटने की कोशिश कर रहे हैं वे देश के #शुभचिंतक_नहीं_हैं देश भक्त भी नहीं हैं बल्कि देश द्रोही ही हो सकते हैं🇮🇳🇮🇳