उत्तर प्रदेश ऊर्जा निगम में पीएफ महा घोटाले प्रकरण में जिले के हरदोई जिले के सभी जूनियर इंजीनियर एवं प्रोन्नत अभियंता ने किया कार्य का बहिष्कार
उत्तर प्रदेश ऊर्जा निगम में चर्चित पीएफ घोटाला पूरे प्रदेश में तेजी से फैल चुका है और जिले के और ऊर्जा विभाग के सभी जूनियर इंजीनियर प्रोन्नत अभियंता व बिजली कर्मचारियों में बेहद आक्रोश है । राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के तत्वाधान में हरदोई के अभियंताओं ने महा घोटाले को लेकर प्रमुख सचिव ऊर्जा को संबोधित आंदोलन नोटिस 13 नवंबर को दिया था उसी के सापेक्ष आज बिजली केंद्र पर बिजली कर्मियों ने धरना पर्दर्शन कर सरकार के विरोध मेंजमकर नारे बाजी की। बिजली अभियंताओं कस कहना था कि उत्तर प्रदेश ऊर्जा के शिखर प्रबंधकों द्वारा ट्रस्ट के नियमों को ताक पर रखकर भारत सरकार के दिशा निर्देशों एवं मानकों के विपरीत कार्मिकों के पीएफ की राशि को एक डिफाल्टर घोषित निजी बैंक डी एच एफ एल में बड़े पैमाने पर 4122 करोड़ रुपए का निवेश कर दिया। जोकि दिवालिया घोषित होने के कगार पर खड़ी संस्था डीएचएल को उच्च न्यायालय मुंबई द्वारा किसी भी प्रकार की धनराशि अंतरण किए जाने के रोक लगाए जाने से बिजली कर्मियों के पैसा में फंसी हुई है जिससे बिजली कर्मचारी एवं उनका परिवार खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है । आज हरदोई में भी कार्य बहिष्कार कर पावर स्टेशन आशा नगर में धरना देकर सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई । आज के धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में हंसराज यादव, रजनीकांत रावत ,सुरेश विश्वकर्मा ,आलोक रावत, पीयूष कुमार, सोमपाल ,सर्वेश कुमार अनिल चौरसिया, नितेश चौरसिया ,एवं समस्त जिले के अवर अभियंता बैठक में मौजूद थे। बिजली इंजीनियरों के समर्थन में कार्यालय सहायक संघ से सुनील दत्त पंत ,मनोज कुमार, नागेश्वर ,योगेश कुमार और जिले के समस्त विद्युत कार्यालय सहायक भी मौजूद थे ।