मुन्नी राधा अम्मा का मकान हड़पने आए भाई भतीजा
यह मुन्नी अम्मा है और राधा मां दोनों वृद्ध बहने करोड़पति परिवार से हैं इनके पिता मुरली मनोहर सक्सेना जी लखनऊ के सीएमओ थे अशोक मार्ग पर इनकी बहुत बड़ी कोठी थी जो भाइयों ने बेच ली दोनों बहनों को एक एलआईजी मकान गोमती नगर में लेकर दे दिया बड़ी बहन राधा जो थोड़ी सी मानसिक बीमार हो गई है घर में कूड़ा कर लाती है पिछले 11 महीने से पर वह हनुमान ने मुझे वर्षा वर्मा जी और रजत दुबे को यह सेवा सौंपी है रोज इनके घर की सफाई बर्तन धोना पीने का पानी भरना इनके लिए खाना इंदिरानगर से लेकर आना कपड़े धोना इन को स्नान कराना यह जिम्मेदारी प्रभु हनुमान ने हम तीनों को सौंपी है पिछले 11 महीने से अथक प्रयासों से कुछ सुधार होना शुरू हुआ है इनके घर की पुताई भी हमारे द्वारा कराई गई गेट से उतरने का रैम भी बनवाया गया बिजली का कनेक्शन भी लगवाया अब सालों बाद इनके गुड़गांव दिल्ली में रहने वाले भाई भतीजे इस मकान को बेचने आए हैं और अड़ोस पड़ोस में कह रहे हैं कि कितने दिन जिएंगे लगभग इन्होंने सौदा कर लिया है आज हमारे द्वारा इस मकान को विवादित होने की सूचना paint कर दी गई है आप सभी से अनुरोध है कि दोनों बुजुर्ग बहनों को बेघर होने से बचाने मैं हमारा सहयोग करें एलडीए में इस मकान की वल्दियत के बारे में कहीं भी कुछ अंकित नहीं है कि यह मकान किसके नाम का है
मुन्नी राधा अम्मा का मकान हड़पने आए भाई भतीजा