14 नवम्बर आज़ाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री, भारत रत्न,संविधान सभा के सदस्य, स्वतंत्रता सेनानी,एक सफ़ल अधिवक्ता पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की जयंती पर हार्दिक बधाई।

आज 14 नवम्बर आज़ाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री, भारत रत्न,संविधान सभा के सदस्य, स्वतंत्रता सेनानी,एक सफ़ल अधिवक्ता पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की जयंती पर भारत हार्दिक बधाई।
नेहरूजी के बारे में कई प्रकार के
लेख पढ़ने को मिलते हैं, अच्छे भी बुरे भी मेरा मानना है कि जब आप समाज में कार्य करते हैं तो कुछ लोग उस कार्य को अच्छा कहेंगे और कुछ लोग बुरा 
कहेंगे ।इससे विचलित नही होना चाहिए।मेरा अपना व्यग्तिगत मानना है कि नेहरूजी में एक बहुत बड़ी ख़ूबी थी कि वह अपने विरोधी का सम्मान किया करते थे, और कोई उनकी गलती बता दे तो उस गलती को सार्वजनिक स्थल पर भी बिना संकोच स्वीकार कर लिया करते थे ।आज के कांग्रेसीयो को उनसे 
कुछ सीखना चाहिए ।वर्तमान समय में कांग्रेसियों कि सबसे बड़ी गलती यह है कि वह अपना 
आधार ही भूल गये है इसकी वजह से वह अपनी रक्छा भी नही करपा रहे हैं ।उनके ही महान नेताओं को बीजेपी उनसे छिन ले रही हैं वह अपने नेताओं 
को भी नहीं बचा पा रहे हैं। जैसे सुभाषचंद्र बोस जी,महात्मा गांधी जी, सरदार पटेल जी,लाल 
बहादुर शास्त्री जी, डॉ भीमराव अंबेडकर जी आदि कई नेता हैं जो आज बीजेपी के आदर्श बने हुए हैं। एक देहाती कहावत है
 कि कमज़ोर की मेहरू (पत्नी)
गाँव भर की भोजाई (भाभी) होती हैं। यही हालत आज कांग्रेस की भी हैं।
हालात इतने ख़राब है कि लोग नेहरू,इंदिरा, राजीव,सोनिया और राहुल को न जाने क्या क्या बोल दे ते हैं ।वह उनका जबाब भी ठीक से नही दे पाते हैं, यहाँ तक कि राहुल ने कुछ कह दिया तो बेचारा कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाते रहता है।ऐसी स्थिति में कांग्रेसी जनता की रक्छा कैसे कर पायेगी ??? यह इतने मजबूर हैं कि बेचारे यह भी 
नही कह पा रहे हैं कि हा हमने अयोध्या में राम मंदिर का ताला खुलवाया था, हा हमारे प्रधानमंत्री राव साहब ने बाबरी मस्जिद विध्वंस करवाई थी ।आज कांग्रेस की यह दुर्भाग्य देख कर अफ़सोस भी होता हैं।
ऐसे कोई बात नही इतिहास गवाह हैं कि सत्ता हमेशा बहादुरों 
के पास ही रहता है।
नेहरूजी की जयंती पर भारत वासियों को फ़िर से बधाई।