छत्तीसगढ़पिता का ट्रांसफर रुकवाने पीएचक्यू पहुंची 12 साल की बच्ची,  सुनकर भावुक हुए डीजीपी

छत्तीसगढ़पिता का ट्रांसफर रुकवाने पीएचक्यू पहुंची 12 साल की बच्ची,  सुनकर भावुक हुए डीजीपी


रायपुर।छत्तीसगढ़ के पुलिस मुख्यालय में 12 साल की बच्ची आर्या सिंह अपने पिता का ट्रांसफर रुकवाने के लिए पहुंच गई। वह सीधे डीजीपी के सामने जा खड़ी हुई। आर्या ने डीजीपी को बताया कि वह बैडमिंटन जूनियर टीम की नेशनल प्लेयर है और उनके पिता उपनिरीक्षक अखिलेश सिंह ही उसके कोच हैं। सहायक उप निरीक्षक से पदोन्नति के बाद उनका तबादला सूरजपुर से नारायणपुर हो गया है। नारायणपुर में इंडोर स्टेडियम न होने से उसका प्रशिक्षण बाधित होगा।


बातें सुनकर भावुक हुए डीजीपी ने कहा- आप तो छत्तीसगढ़ की सानिया मिर्जा हो:  आर्या की बातें सुनकर डीजीपी डीएम अवस्थी भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि तुम छत्तीसगढ़ की सानिया मिर्जा हो। सानिया को भी उनके पिता ही प्रशिक्षण देते थे। ऐसे में खेल प्रतिभा को ध्यान में रखते हुए तबादला रद करने पर विचार किया जाएगा। अभी सूरजपुर के एसपी को निर्देश दिया गया है कि अखिलेश को नारायणपुर के लिए रिलीव न करें।


डीजीपी ने पुलिस परिवार के सदस्यों से सीधे मुलाकात का सिलसिला शुरू किया:  छत्तीगसढ़ में कांग्रेस सरकार बनने के बाद डीजीपी डीएम अवस्थी ने पुलिस परिवार के सदस्यों से सीधे मुलाकात का सिलसिला शुरू किया था। उनसे पुलिस परिवार के लोग मिलने आते हैं। इसी कड़ी में बुधवार को 12 साल की बच्ची आर्या सिंह भी डीजीपी के पास पहुंच गई। आर्या अपने साथ बैडमिंटन में मिले पुरस्कारों की फाइल लेकर पहुंची थी।


छत्तीसगढ़ पुलिस परिवार की पहली बेटी बैटमिंटन खिलाड़ी के रूप में : आर्या ने डीजीपी को बताया कि उसे सूरजपुर में बैटमिंटन खेलने के दौरान छत्तीसगढ़ पुलिस परिवार की पहली बेटी के रूप में पहचान मिली है। आर्या ने लॉकडाउन से पहले बंगलु में आयोजित राष्ट्रीय बैडमिंटन प्रतियोगिता में भाग लिया और प्री क्वाटर फाइनल तक पहुंची। उसने सात बार ओपन स्टेट्स तथा तीन बार स्कूल स्टेट्स में उत्कृष्ट परफॉर्मेंस किया था। इसके आधार पर राष्ट्रीय बैडमिंटन प्रतियोगिता में चयन हुआ था।


पुलिस परिवार का भरोसा बढ़ा – पिछले एक साल में पुलिस परिवार का भरोसा बढ़ा है। पुलिस परिवार के कई सदस्य उनसे सीधे फोन पर बात करते हैं। — डीएम अवस्थी, डीजीपी, छत्तीसगढ़ भावना की पुकार संवाददाता