राहुल गांधी की पूरी प्रेस मीट देखी.....अगर राहुल को पप्पू समझने की भूल ना करें तो उनके बताए बिंदु पर गौर करने की जरुरत है.....

राहुल गांधी की पूरी प्रेस मीट देखी.....अगर राहुल को पप्पू समझने की भूल ना करें तो उनके बताए बिंदु पर गौर करने की जरुरत है.....


 इकॉनमी पर राहुल "Bottom Up" की बात कर रहे है..यानी ग्रामीण स्तर से फ्लो बना कर उच्चतम स्तर तक..इसके अलावा और कोई तरीका नही है इकॉनमी को सुधारने का..


प्रवासी मजदूरों के मुद्दों पर मानवीय दृष्टिकोण और उनकी सामाजिक सुरक्षा पर राहुल के सुझाव सरकार को लागू करना चाहिए..


NYAY, MSME का पैकेज, स्ट्रेटेजिक इंडस्ट्री की सुरक्षा..ये देश की 135 करोड़ जनता के भविष्य की सुरक्षा का मुद्दा है..मोदी मान लो ये बाते..


 हर हफ्ते लगभग 15 किलो राशन..मैं बारबार लिख रहा हूँ कि 80 मिलियन टन अनाज है..और ये सम्भव है..


 वायरस के पीछे नही भाग कर वायरस के आगे चलना, यानी टेस्टिंग और केवल टेस्टिंग..


फाइनेंसियल सिस्टम की सुरक्षा..यानी हमारी संस्थाओं को बिकने से रोकना और उन्हें फंडिंग करना..


नौकरी MSME से ही आएगी..40% MSME 80% नौकरी देते है..इन्हें बचाना है..खजाना खोलिए..


धार्मिक विभाजन नही एकता चाहिए..वरना हम हार जाएंगे..


नेहरुजी की सोच और डॉ मनमोहन सिंह की कार्यप्रणाली राहुल की विरासत है..लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में राहुल का भाषण और आजकी प्रेस मीट में उनका एक स्टेट्समैन और परिपक्कव अर्थशास्त्री रूप दिखाई द