स्कूलों का बंद होना, सिनेमाहालों एवं सार्वजनिक कार्यक्रमों का रद्द होना, ट्रेनों का रद्द होना, अंतरराष्ट्रीय उडानों को स्थगित किया जाना ही प्रमाण है कि स्थिति गंभीर है,

सौ बात की एक बात ये है कि शासन कभी खुल के खतरे के बारे में नहीं कहती है ताकि जनता में हंगामा न मचे, पर स्कूलों का बंद होना, सिनेमाहालों एवं सार्वजनिक कार्यक्रमों का रद्द होना, ट्रेनों का रद्द होना, अंतरराष्ट्रीय उडानों को स्थगित किया जाना ही प्रमाण है कि स्थिति गंभीर है,
तो अब बहुत हुआ हंसी मजाक या व्हाट्सएपिया ज्ञान...


अब थोड़ा गंभीर हो जाइये..
तुरंत सेनेटाइजर, डेटॉल का रूम disinfector और हैंडवॉश खरीदें,
सेनेटाइजर जेब/पर्स में ले के चले और हैंडवॉश वाशबेसिन के पास रखें या एक बाल्टी पानी घर के दरवाजे पर रखें।
भीड़ वाली जगह जाने से बचें,
लोगों से थोड़ी दूरी बना कर बात करें और शारिरिक संपर्क न बनाए।


लहसुन, प्याज के चक्कर में न रहे, दुनिया के किसी देश के पास इसका इलाज नहीं है और कम से कम 6 माह तक होगा भी नहीं आपकी जागरूकता और सावधानी ही अभी एक मात्र उपाय है।