जो भी प्राइवेटाइजेशन के समर्थक थे। जो ये बोलते थे कि इससे बेहतरीन सेवाएं मिलेंगी उनसे आज मेरा सवाल है इन
1. क्या कोई प्राइवेट एयरलाइंस आगे आयी कॉरोना के संकट के समय विदेशों में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए
2. कोई प्राइवेट हॉस्पिटल आगे आया इलाज में मदद करने
3. कोई उद्योगपति आगे आया मदद के लिए
4. किसी प्राइवेट स्कूल या कॉलेज ने अपनी बिल्डिंग ऑफर की सेंटर बनाने के लिए।
मुसीबत के समय सिर्फ सरकार और सरकार के कर्मठ कर्मचारी ही आपका सहारा बनेंगे।
आज भी सभी सरकारी कर्मचारी जिनको कोई भी मुंह उठा कर निठल्ला और कामचोर बोलने लगता है। वही लोग सामने खड़े हैं मदद के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर।
स्वास्थ्य विभाग, बिजली, सेना, पुलिस, शिक्षा विभाग, इम्मीग्रेशन विभाग, एयर इंडिया और बाकी सभी सरकारी विभाग और तंत्र जो आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा के लिए अपनी परवाह किए बिना डटे हुए हैं उनको मेरा सलाम है🙏🙏