दोपहर करीब 3:30 बजे अपनी एक साल की बेटी के जन्मदिन के बहाने गांव के करीब 20 बच्चे घर बुलाए और सभी को बंधक बना लिया।

दोपहर करीब 3:30 बजे अपनी एक साल की बेटी के जन्मदिन के बहाने गांव के करीब 20 बच्चे घर बुलाए और सभी को बंधक बना लिया। देर तक बच्चों के घर न लौटने पर पड़ोसी जब सुभाष के घर पहुंचे तो उसने फायरिंग कर दी। उसने चिल्ला-चिल्लाकर गांव वालों पर फंसाने का आरोप लगाया। बच्चों को छुड़ाने पहुंचे कोतवाली प्रभारी राकेश कुमार व यूपी 112 की टीम पर उसने घर के भीतर से बम फेंक दिया। इसमें राकेश कुमार, यूपी-112 के दीवान जयवीर सिंह व सिपाही अनिल कुमार घायल हो गए।


पुलिस व स्वाट टीम ने कई घरों की छतों की घेराबंदी कर रखी है। क्षेत्रीय विधायक नागेंद्र सिंह व एसपी डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने लाउडस्पीकर से बाहर आने को कहा तो गालियां देने लगा। इस बीच गांव का दोस्त अनुपम दुबे उर्फ बालू समझाने गया तो दरवाजे के नीचे से गोली चला दी। गोली बालू के पैर में लगी। अंदर से शातिर यही चीख-चीखकर कह रहा है कि झूठे केस में जेल भिजवाए थे, अब झेलो।


बच्चों की आवाज न आने से बढ़ी चिंता


घर में कैद बच्चों की कोई आवाज नहीं आ रही। इससे घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। शातिर की पत्नी व बेटी भी अंदर बताई जा रही है। हालांकि, बम-गोली चलने के बावजूद इनकी भी कोई आवाज नहीं आ रही। पुलिस-प्रशासनिक अफसर भी तनाव में हैैं। चर्चा यह भी कि शातिर ने तहखाना बना रखा है, कहीं बच्चे वहीं तो कैद नहीं? एसपी डॉ. अनिल कुमार मिश्र का कहना है कि बच्चों को सुरक्षित निकालना ही शीर्ष प्राथमिकता है।