ठंड में होने वाली बीमारियों से बचने के लिये होम्योपैथिक अस्पताल के डॉक्टर ने बताए उपाय

ठंड में होने वाली बीमारियों से बचने के लिये होम्योपैथिक अस्पताल के डॉक्टर ने बताए उपाय


सर्दी में नवजात शिशुओं को डायरिया व निमोनिया जैसी बीमारियों की होती है अक्सर शिकायत-डॉ.मो.फहीम


ज्ञात हो कि भीषण ठंड व बदलते मौसम का सेहत पर कई तरह से असर पड़ता है वहीं कुछ बीमारियां इस मौसम में घात लगाए रहती है जिसमे से एक निमोनिया इस मौसम में जरा सी लापरवाही खासतौर से बच्चों के लिए घातक हो सकती है।*


*वहीं होम्योपैथी के डॉ. मो.फहीम ने बताया कि ठंड के कारण नवजात शिशुओं की विशेष देखभाल की आवश्यकता है।निमोनिया और डायरिया की शिकायत अक्सर एक वर्ष से कम उम्र के शिशुओं को अधिक होती है वहीं ऐसे में माताओं को चाहिए कि वह बच्चों को ठंड से बचाकर रखें।*


वहीं डॉ. मो.फहीम ने निमोनिया होने का प्रमुख कारण बताया कि स्ट्रेप्टोकोकस निमोनिया नाम का रक बैक्टीरिया होता है जो कि फेफड़ों को संक्रमित करके स्वासन प्रणाली को प्रभावित करता है वहीं कई बार किसी फ्लू वायरस की वजह से भी निमोनिया हो जाता है।वहीं यदि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है तो वह जल्द ही इसकी चपेट में आ सकते हैं जिसमे होम्योपैथिक मेडिसिन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का कार्य करती है।*


किस रोग ईलाज होता है होम्योपैथी में?


आप बता दें होम्योपैथी में कई प्रकार के ईलाज जैसे हृदय रोग,चर्म रोग,बाल रोग,बाल झड़ना,ल्यूकोरिया,एलर्जी,ट्यूमर,महामारी व अन्य कई रोगों का ईलाज करने में सक्षम है।