सोनिया-राहुल से मिले मंत्री पद के दावेदार विधायक, राजपूत कोटे से राजेंद्र-पूर्णिमा में मुकाबला

सोनिया-राहुल से मिले मंत्री पद के दावेदार विधायक, राजपूत कोटे से राजेंद्र-पूर्णिमा में मुकाबला


*कांग्रेस के 16 विधायकों में झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह भी शामिल थीं। पूर्णिमा ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ सामूहिक बैठक के बाद अलग से भी मुलाकात की*


झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री बनने के लिए कांग्रेस के विधायकों में होड़ लगी है। मंत्री के तीन-चार पद के लिए 14 विधायक दावेदार हैं। इनमें हर कोई मंत्री बनना चाहता है। इन विधायकों ने शुक्रवार को नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। इनमें झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह भी शामिल थीं। 
हेमंत सोरेन ने 29 दिसंबर 2019 को झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके साथ कांग्रेस के आलमगीर आलम और रामेश्वर उरांव तथा राजद के सत्यानंद भोक्ता भी मंत्री बने। इसके बाद कहा गया कि खरमास के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। खरमास बीत चुका है, इसलिए मंत्री बनने के लिए कांग्रेस विधायकों ने लॉबिंग तेज कर दी है। कांग्रेस के 16 विधायक हैं। इनमें दो मंत्री बने चुके हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने झारखंड के सभी कांग्रेस विधायकों को मिलने के लिए शुक्रवार को समय दिया था। सभी विधायकों ने नई दिल्ली में जाकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की। इस दाैरान विधायकों ने मंत्री पद हासिल करने के लिए अपने आलाकमान को प्रभावित करने की कोशिश की। चूंकि, मंत्री काैन बनेगा यह आलाकमान को ही तय करना है। 
कांग्रेस के 16 विधायकों में झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह भी शामिल थीं। पूर्णिमा ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ सामूहिक बैठक के बाद अलग से भी मुलाकात की। पूर्णिमा भी मंत्री पद के रेस में हैं। उनकी दावेदारी राजपूत  कोटे से है। राजपूत कोटे से मंत्री के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विधायक राजेंद्र सिंह और पूर्णिमा के बीच मुकाबला है। चर्चा है कि दोनों में से किसी एक को हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री का पद हासिल हो सकता है।


महिला कोटे से भी पूर्णिमा का दावा मजबूत


 : पूर्णिमा सिंह को महिला होने का फायदा भी मिल सकता है। क्योंकि कांग्रेस और खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक तीर से दो निशाना साधने की कोशिश करेंगे। पूर्णिमा को मंत्री बनाने से एक तरफ जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक युवा महिला मंत्री का साथ मिलेगा। वहीं, दूसरी तरफ पूर्णिमा के जरिए कांग्रेस राजपूत वर्ग को खुश करने की कोशिश करेगी। जिससे कांग्रेस को आगामी नगर निगम के चुनाव में भी फायदा मिले