शिवसेना ने 2014 में भी कांग्रेस-राकांपा व कांग्रेस को गठबंधन का दिया था प्रस्ताव, महाराष्ट्र में भाजपा की सत्ता नहीं चाहती थी शिवसेना: पृथ्वीराज चह्वाण

शिवसेना ने 2014 में भी कांग्रेस-राकांपा व कांग्रेस को गठबंधन का दिया था प्रस्ताव,
महाराष्ट्र में भाजपा की सत्ता नहीं चाहती थी शिवसेना: पृथ्वीराज चह्वाण


महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चह्वाण ने रविवार को राज्य की राजनीति पर बड़ा खुलासा किया। 
      चह्वाण ने कहा कि 2014 विधानसभा चुनाव के बाद भी शिवसेना ने कांग्रेस और राकांपा को गठबंधन का प्रस्ताव दिया था, शिवसेना राज्य में भाजपा को सरकार बनाने से रोकना चाहती थी।
      न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में चह्वाण ने कहा- 2014 में हमने शिवसेना का प्रस्ताव तुरंत खारिज कर दिया था।
      हमने कहा था कि जीत और हार राजनीति का पहलू हैं, तब हमने कहा था कि हार के बाद हम विपक्ष में बैठेंगे।
       पिछले साल नवंबर में कांग्रेस ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में राकांपा के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, जबकि शिवसेना और भाजपा यह विधानसभा चुनाव मिलकर लड़े थे, नतीजे आने के बाद सत्ता में भागीदारी के 50-50 फॉर्मूला को लेकर दोनों में सहमति नहीं बन पाई थी। 
      2014 में भाजपा, शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा अलग-अलग चुनाव लड़े थे, भाजपा की सरकार बनने के बाद शिवसेना ने उसे बाद में समर्थन दिया था।


*2019 में भी सोनिया गठबंधन के पक्ष में नहीं थीं: चह्वाण*
चह्वाण ने कहा- 2019 विधानसभा चुनाव के बाद भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार बनाने के पक्ष में नहीं थी, लेकिन गहन विचार-विमर्श के बाद उन्होंने गठबंधन का फैसला लिया।