राजधानी के बहुचर्चित CMO हत्याकांड की गवाही पूरी

लखनऊ 


राजधानी के बहुचर्चित CMO हत्याकांड की गवाही पूरी


CMO हत्याकांड पर जल्द फैसला आने की उम्मीद 


5700 करोड़ के NRHM घोटाले की परतें भी खुलना शुरू 


10 साल पहले हुए दो CMO और एक डिप्टी CMO की हत्याओं का मामला


लखनऊ के विकास नगर में 27 अक्टूबर 2010 को CMO विनोद आर्या को गोलियों से भूना गया था


2 अप्रैल 2011 को गोमतीनगर में नए CMO बने डॉ बीपी सिंह की भी हत्या हुई थी


21 मई 2011 को डिप्टी CMO वाईएस सचान की जेल में रहस्यमय मौत हुई थी


CBI ने जेल में वाईएस सचान की मौत को आत्महत्या माना था


वाईएस सचान की पत्नी ने CBI की रिपोर्ट पर दाखिल की थी आपत्ति


हत्याकांड और NRHM मामले में करीब 200 से ज्यादा गवाही पूरी 


2 जुलाई 2011 को हाईकोर्ट के निर्देश पर CBI ने शुरू की थी जांच 


29 मई 2013 को CBI ने पेश की चार्ज सीट 


दोनों CMO और NRHM घोटाले मामले में जेल गए थे वाईएस सचान


5 जनवरी 2020 को CMO हत्याकांड मामले में गवाही पूरी हुई


NRHM घोटाले मामले में पूर्व CMO एके शुक्ला और तत्कालीन प्रमुख सचिव प्रदीप शुक्ला समेत कई अफसर जेल गए थे


मामले में आनंद प्रकाश तिवारी, रामकृष्ण वर्मा, विनोद शर्मा, पूर्व विधायक अभय सिंह, अमित, सुधाकर पांडे, विजय दुबे हुए थे गिरफ्तार