सऊदी अरामको दुनिया की सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी बनी; मार्केट कैप 133 लाख करोड़ रुपए, एपल से 49 लाख करोड़ ज्यादा

सऊदी अरामको दुनिया की सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी बनी; मार्केट कैप 133 लाख करोड़ रुपए, एपल से 49 लाख करोड़ ज्यादा

सऊदी अरब. सऊदी अरामको एपल को पीछे छोड़ दुनिया की सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी बन गई। दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको का शेयर बुधवार को सऊदी अरब में लिस्ट हुआ। अरामको का शेयर पहले ही दिन 10% चढ़कर 35.2 रियाल (9.38 डॉलर) पर पहुंच गया। इससे कंपनी का मार्केट कैप 1.88 ट्रिलियन डॉलर (133.48 लाख करोड़ रुपए) हो गया। एपल का वैल्यूएशन 1.19 ट्रिलियन डॉलर (84.49 लाख करोड़ रुपए) है।
*दुनिया की 5 बड़ी लिस्टेड कंपनियां*
कंपनी मार्केट कैप (डॉलर) मार्केट कैप (रुपए)
सऊदी अरामको 1.88 ट्रिलियन 133.48 लाख करोड़
एपल 1.19 ट्रिलियन 84.49 लाख करोड़
माइक्रोसॉफ्ट 1.15 ट्रिलियन 81.65 लाख करोड़
अल्फाबेट 926.2 बिलियन 65.76 लाख करोड़
अमेजन 862.3 बिलियन 61.20 लाख करोड़
अरामको का मार्केट कैप दुनिया की 5 बड़ी तेल कंपनियों के कुल वैल्यूएशन से भी ज्यादा
*कंपनी/देश मार्केट कैप (डॉलर)*
एक्सॉन मोबिल (यूएस) 292.2 बिलियन
टोटल (फ्रांस) 292.2 बिलियन
रॉयल डच शेल (यूएस) 226.7 बिलियन
शेवरॉन (यूएस) 222.9 बिलियन
बीपी (यूके) 125.1 बिलियन
कुल : 1.15 ट्रिलियन सऊदी अरामको : 1.88 ट्रिलियन
अरामको का आईपीओ दुनिया का सबसे बड़ा इश्यू था
शेयर 10% और चढ़ा तो अरामको का वैल्यूएशन सऊदी सरकार के लक्ष्य तक पहुंच जाएगा
अरामको सालाना मुनाफे में भी दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी, एपल से 50% ज्यादा
अरामको का मार्केट कैप भारत की जीडीपी के 60% के बराबर
अरामको की लिस्टिंग के बाद *सऊदी अरब दुनिया का 9वां बड़ा शेयर बाजार बना*
*शेयर बाजार रैंक (मार्केट कैप के आधार पर)*
अमेरिका 1
चीन 2
जापान 3
हॉन्गकॉन्ग 4
यूके 5
फ्रांस 6
कनाडा 7
जर्मनी 8
सऊदी अरब 9
भारत 10
सऊदी अरब अर्थव्यवस्था की तेल पर निर्भरता कम करना चाहता है


दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको का शेयर लिस्टिंग के दिन ही 10% की अपर लिमिट तक चढ़ा
एपल का मार्केट कैप 84.49 लाख करोड़ रुपए, तीसरे नंबर की माइक्रोसॉफ्ट का 81.65 लाख करोड़ रुपए
अरामको का मार्केट कैप दुनिया की 5 बड़ी लिस्टेड तेल कंपनियों के कुल वैल्यूएशन से भी ज्यादा
अरामको की लिस्टिंग के बाद सऊदी अरब भारत को पीछे छोड़ दुनिया का 9वां बड़ा शेयर बाजार बना
अरामको ने आईपीओ से सबसे ज्यादा 2,560 करोड़ डॉलर (1.82 लाख करोड़ रुपए) जुटाए थे। पिछला रिकॉर्ड चीन की ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा के नाम था। उसने 2014 में अमेरिकी शेयर बाजार के आईपीओ के जरिए 2,500 करोड़ डॉलर (1.57 लाख करोड़ रुपए) जुटाए थे।
आईपीओ बंद होने के बाद अरामको का वैल्यूएशन 1.7 ट्रिलियन डॉलर था। पहले दिन शेयर 10% चढ़ने से 18 हजार करोड़ डॉलर चढ़कर 1.88 ट्रिलियन हो गया। 10% और चढ़ा तो 2 ट्रिलियन डॉलर पहुंच जाएगा, यह सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस सऊदी मोहम्मद बिन सलमान के लक्ष्य के मुताबिक होगा। हालांकि, वे आईपीओ से पहले ही अरामको का वैल्यूएशन 2 ट्रिलियन डॉलर चाहते थे। इश्यू में देरी की वजह यह भी रही। कंपनी का इश्यू पिछले महीने आया। 2016 से इसकी योजना चल रही थी।
पिछले साल 11,100 करोड़ डॉलर का प्रॉफिट हुआ था। यह एपल के सालाना मुनाफे से दोगुना है। 30 सितंबर को खत्म वित्त वर्ष में एपल को कुल 5,525 करोड़ डॉलर का फायदा हुआ। एपल का वित्त वर्ष सितंबर में खत्म होता है। अरामको को इस साल के पहले 9 महीनों (जनवरी-सितंबर) में ही 6,800 करोड़ डॉलर का प्रॉफिट हो चुका।
अरामको का मार्केट कैप दुनिया के 7 देशों- पेरु, पुर्तगाल, रोमानिया, चेज रिपब्लिक, विएनतनाम, फिनलैंड और पाकिस्तान की कुल जीडीपी से भी ज्यादा है। अरामको का वैल्यूएशन भारत की जीडीपी (2.93 ट्रिलियन डॉलर) के 60% के बराबर है। अर्थव्यवस्था में दुनिया के टॉप-50 देशों में से सिर्फ 16 की जीडीपी 1 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है।
दुनिया के कुल क्रूड उत्पादन का 10% अरामको करती है। तेल की कीमतों में गिरावट, जलवायु परिवर्तन और अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक जोखिमों जैसी वजहों को देखते हुए सऊदी अरब अपनी अर्थव्यवस्था की तेल पर निर्भरता कम करना चाहता है, इसलिए अरामको में शेयर बिक्री से मिली रकम दूसरे क्षेत्रों में लगाने की योजना है।