पाकिस्तान में 1947 में 23 फ़ीसदी हिंदू थे जो 2011 में घटकर 3.7 फ़ीसदी रह गए. 

 पाकिस्तान में 1947 में 23 फ़ीसदी हिंदू थे जो 2011 में घटकर 3.7 फ़ीसदी रह गए. 


1947 में कोई जनगणना नहीं हुई थी. 1941 में हुई थी जिसका कोई अर्थ नहीं क्योंकि सैंतालीस के बँटवारे में भीषण रक्तपात हुआ था, दोनो ओर बड़ी संख्या में हिंदू-मुस्लिम मारे गए थे और अपार लोगों ने इधर से उधर पलायन भी किया था. 


तो भारत की ही तरह स्वतंत्र पाकिस्तान में पहली जनगणना हुई 1951 में. इसमें संयुक्त पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी थी 14.20 फ़ीसद. इसमें पश्चिमी पाकिस्तान की थी 3.44 फ़ीसद जबकि पूर्वी पाकिस्तान यानी बाद के बांग्लादेश की थी 23.20 फ़ीसद. 


तो याद रखें - स्वतंत्र पाकिस्तान में पहली जनगणना में 3.44 फ़ीसद. इसके बाद 1961 में बेशक यह घटी - 2.80 फ़ीसद पर उसके बाद 1971 में फिर बढ़ी 3.25 , 1981 में भी हिंदू आबादी की अनुपातिक वृद्धि जारी रही - 3.33 फ़ीसद.


इसके बाद पाकिस्तान की आंतरिक परिस्थितियों के कारण अगली जनगणना पंद्रह वर्ष के अंतराल पर हो पायी 1998 में. इस बार हिंदुओं की आबादी और बढ़ी और वह स्वतंत्र पाकिस्तान में अब तक की सर्वाधिक थी - 3.70 फ़ीसद. 


सच तो यह है कि पाकिस्तान में हिंदुओं की वृद्धि दर भारत में मुसलमानों की वृद्धि दर से तेज़ है. 


आख़िरी जनगणना 2017 में हुई है जिसके विस्तृत धार्मिक कोटि के आँकड़े अभी आने बाक़ी हैं.