पीएफ घोटाला विशेष
सावधान ! दलाल निभा रहे है सक्रीय भूमिका सन 2000 की स्थिति बरकरार
लखनऊ 19 नवम्बर UPPCL मे कर्मचारियो के खून पसीने की कमाई उ प्र सरकार के जीरो टॉलरेंस की नीति के नाक के नीचे से विभाग का व्यूरोक्रेट प्रबन्धन ने वर्ष 17 और 18 मे मोटी कमीशन खोरी मे प्रदेश के लगभग 50 हजार कर्मचारियो के भविष्य निधि के अरबो के घोटाले पर जहाँ एक ओर विद्युतकर्मी संघर्ष समिति के अगुवाई मे आंदोलन कर रही है वही प्रबन्धन के तलवे चाटने वाले पूरी ताकत से सक्रिय है और सरकार अपने लुटे हुए विद्युतकर्मी के आंदोलन के रुख को अपने अनुभव के तराजू मे नाप रही है गांधीवादी संघर्ष समिति के आंदोलन को भड़काने की नीयत मे खलल डालने के लिये प्रबन्धन और सरकार मे बैठे पीएफ के लुटेरो के इशारे पर अनेको एजेंसियां आंदोलन को भड़काने के लिये सक्रीय भूमिका निभा रही है जैसा बिजली उद्योग को पूरीतरह बर्बाद करने के लिये सरकार ने 2000 मे एक आदेश जारी कर बिजली उद्योग को परिषद से कम्पनी बनाने मे सक्रिय नजर आए वैसे तो ऐसे ऐसे तथाकथित स्वयम्भू नेता और उनके चम्मचे आज भी शक्ति भवन के इर्द-गिर्द घूमते देखे गये थे वैसे तो इन नेता जी और उनके साथी के बहुत सारे कारनामे है किसी डिस्काम के प्रबंध निदेशक ने तो लिखित तौर पर पुलिस से यह कहा कि इन नेता जी का इस कारपोरेशन/डिस्काम से कोई भी मतलब है यह लोग यहाँ पर यह घरना प्रदर्शन कर के अभियन्ताओ पर नाजायज दबाव बना कर निविदाओके लिए नाजायज दबाव बना कर उनको हासिल कर के अशान्ति फैलाते है अतः इन पर उचित ipc के तहत कार्रवाई करे ।
सावधान ! दलाल निभा रहे है सक्रीय भूमिका सन 2000 की स्थिति बरकरार