नवागत जिलाधिकारी अरूण कुमार ने कहा चिकित्सा,शिक्षा मे सुधार जनता की समस्याओं का गुणवत्तापूर्ण  निस्तारण हमारी पहली प्राथमिकता.

नवागत जिलाधिकारी अरूण कुमार ने कहा चिकित्सा,शिक्षा मे सुधार जनता की समस्याओं का गुणवत्तापूर्ण  निस्तारण हमारी पहली प्राथमिकता.


 


 


 


 


अमेठी 15 नवम्बर 2019,*  नवागत जिलाधिकारी  अरुण कुमार ने आज  जिला कोषागार पहुंचकर जिलाधिकारी अमेठी के पद का कार्यभार ग्रहण किया। 


जिलाधिकारी ने कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत कलेक्ट्रेट सभागार में मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि वे 2012 बैच के आई.ए.एस. अधिकारी हैं, इससे पूर्व वे मुरादाबाद विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे। नवागत जिलाधिकारी 2 वर्ष  विशेष सचिव, औद्योगिक विकास विभाग व 02 वर्ष मुख्य विकास अधिकारी कानपुर नगर के पद पर कार्यरत रहे।


 नवागत जिलाधिकारी ने कहा कि जन शिकायतों का प्राथमिकता व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। जिससे जरूरतमंद व्यक्ति को बार-बार चक्कर न लगाना पड़े। उन्होंने कहा कि शासकीय कार्यों तथा विकास योजनाओं में पारदर्शिता को बरकरार रखना उनकी प्राथमिकताएं होंगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार की जो प्राथमिकताएं हैं उन्हें अमल में लाना तथा जरूरतमंद व पात्र व्यक्तियों को लाभ दिलाना उनकी प्राथमिकता होगी।


 जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में शिक्षा व चिकित्सा की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जायेगा  भ्रष्टाचार पुराना हो या नया जिंमेदारो  के खिलाफ कडी कार्यवाही होगी उंहोने कहा कि जिन समस्याओ का जहां समाधान होना चाहिए वहा समय से हो थाना,तहसील,ब्लाक सभी  स्तर पर जनता की शिकायतो का समाधान जबाब देही के साथ होना चाहिए अगर कोई अपनी समस्या लेकर जिलाधिकारी कार्यालय आता है तो जरूर निचले स्तर पर कुछ गडबड चलने का संकेत देता है 


डी एम अरूण कुमार ने कहा कि मीडिया और  प्रशासन के बीच  जो भी दूरिया बनी है उसे वे समाप्त करेगे  टीम भावना और सब के सहयोग से जिले मे विकास के रथ को आगे बढाया जायेगा।


बताते चले कि अमेठी के नये जिलाधिकारी अरूण कुमार का बयान कोई नया नही ...अमेठी आने वाले हर जिलाधिकारी यही बात करते रहे है पर परिणाम सिफर मे ही रहा है ...भ्रष्टाचार,अधिकारियो, कर्मचारियो की मनमानी,ध्वस्त चिकित्सा व्यवश्था सब कुछ वैसे ही भना हुआ है पिछली दश माह मे अमेठी अरूण कुमार चौथे जिला जिलाधिकारी है ....देखना अब यह है कि अमेठी के नये कलेक्टर अपने मिशन मे कहा तक काम याब हो सकते है....जिलाधिकारी की सब से बडी चुनौती उस घेरे से बाहर निकलना है जहा जिलाधिकारी कार्यालय मे कुछ ऐसे लोग है जो आने वाले हर कलेक्टर को गुमराह करते है गलत जानकारी देते है...खासकर मीडिया के संबंध मे .


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