मुरादाबाद मे आर्थिक संकट की मार झेल रहे बीएसएनएल को तगड़ा झटका 

मुरादाबाद मे आर्थिक संकट की मार झेल रहे बीएसएनएल को तगड़ा झटका 
 
रादाबाद :आर्थिक संकट की मार झेल रहे बीएसएनएल को तगड़ा झटका लगा है। बिजली बिल का पैसा जमा न होने से कनेक्शन कटने और डीजल आपूर्ति बंद होने के कारण 80 बीटीएस (टावरों) पर ताला लग गया है। अधिकारियों का कहना है कि उधार में डीजल लेना भी अब बंद हो गया है। ऐसे में स्थिति बद से बदतर हो गई है।


बीएसएनएल के मुरादाबाद मंडल में मोबाइल के करीब तीन लाख 30 हजार उपभोक्ता और लैंडलाइन करीब 12 हजार कनेक्शन हैं। मुरादाबाद, संभल और अमरोहा में करीब 240 बीटीएस (टावर) संचालित किए जा रहे थे। सरकार की ओर से पहले डीजल के लिए दी जाने वाली धनराशि में कटौती की गई थी।


इसके बाद विभाग ने बजट के अभाव में टावरों पर होने वाली डीजल की आपूर्ति को पूरी तरह से रोक दिया है। वहीं मुख्य एक्सचेंजों पर भी सप्लाई में भारी कटौती की गई है। इसके बाद बिजली के बिल में भी देरी होने लगी। उप महाप्रबंधक क्यूए जाफरी के अनुसार प्रत्येक माह बिजली का करीब 60 लाख रुपये का बिल आता है। इसमें सिर्फ मुरादाबाद के मुख्य एक्सचेंज का बिल ही करीब 18 लाख रुपये आता है।


बिजली विभाग का बीएसएनएल विभाग पर करीब दो करोड़ रुपये का बकाया है। उन्होंने बताया कि लाजपत नगर और एकता विहार मुख्य एक्सचेंज है। दोनों ही स्थानों से बडे़ क्षेत्र में नेटवर्क का संचालन होता है। बीच में एकता विहार का बिल जमा नहीं होने की वजह से बिजली विभाग ने कनेक्शन काट दिया था। इससे ठाकुरद्वारा, मूढ़ापांडे, दलपतपुर, भोजपुर सब जगह का नेटवर्क बंद हो गया था।


इसलिए यहां का बिजली का बिल जमा करवाकर संचालन शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि पहले डीजल का 15 लाख बकाया था। कुछ धनराशि आई थी। इसके बावजूद डीजल का विभाग पर करीब दस लाख रुपये का बकाया है। क्यूए जाफरी का कहना है कि भवन स्वामियों का किराया न दे पाने की वजह से भी बीटीएस बंद हुए हैं। मंडल भर में करीब 80 बीटीएस बंद हैं।