सारी उम्र भीख मांगकर खाया, मर गया, छोड़ गया लाखों की माया

*मुंबई : सारी उम्र भीख मांगकर खाया, मर गया, छोड़ गया लाखों की माया*


नई दिल्ली : आज हम आपको एक ऐसे भिखारी से रूबरू कराने जा रहें हैं, जिसने अपनी सारी उम्र भीख मांग-मांगकर गुजार दी और जब वह मरा तो उसके पास से इतने पैसे मिले कि पुलिसवालों को गिनते-गिनते रात से सुबह होगी।
दरअसल मामला देश की आर्थिक राजधानी मुंबई का है, यहां बिरजू चंद्र आजाद (82) नाम का एक बुजुर्ग भिखारी रेलवे स्टेशन पर भीख मांगता था, रोज की तरह वह 4 अक्तूबर को जब स्टेशन की तरफ भीख मांगने आ रहा था तो वह बीच रस्ते पड़ने वाली रेलवे क्रॉसिंग को पार करते वक्त ट्रेन की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची रेलवे पुलिस ने भिखारी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और उसके बारे में छानबीन करने वहां पहुंची जहां वह रहता था। पता चला कि भिखारी एक झोपड़ी में रहता है| पुलिस ने झोपड़ी कजो खंगाला, जहां छानबीन के दौरान पुलिस को लाखों रुपए के फिक्स डिपॉजिट के कागज और भारी मात्रा में कैश मिला जिसे देखकर पुलिस दंग रह गई। भिखारी के घर को टटोलने पर 1.5 लाख कैश (सिक्के) और 8.77 लाख का फिक्स डिपॉजिट के के पेपर्स मिलें|इसके साथ ही भिखारी ने पैन कार्ड, आधार कार्ड और सीनियर सिटिजन कार्ड भी बनवा रखा था। उसके कुछ कागजों में उसके घर का पता राजस्थान का है। वह में अकेला ही रहता था।
पुलिस का कहना है कि चार बैगों में भिखारी से सिक्के भरकर रखे हुए थे। पुलिस का कहना है कि हमने शनिवार रात को सिक्के गिनने शुरू किए और रविवार सुबह तक गिनते रहे।


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